जिला परिषद क्या होता है? पूरी जानकारी

जिला परिषद पंचायती राज की सबसे उपरी संस्था होती है। Zila Parishad सभी राज्यों में जिला स्तर पर काम करता है। इसके कर्मचारी को Zila parishad member कहा जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको जिला परिषद (Zila Parishad) क्या होता है, जिला परिषद का सदस्य कैसे बने, इसकी योग्यता, सैलरी और काम क्या होता है? आदि के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।

Zila Parishad एक निर्वाचित निकाय है। यह पंचायती राज की सबसे उपरी संस्था है। इस संस्था में काम करने वाला अधिकारी, नेता या कर्मचारी जिला स्तर पर गांवों के विकास हेतु कार्य करता है। इसके अलावा, जिला परिषद ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के सदस्य के कार्यों की निगरानी और निर्देशन करती है।

जिला परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचित सदस्यों में से चुने जाते हैं। इस संस्था के सदस्यों का कार्यकाल आमतौर पर 5 साल का होता है। इसे जिला पंचायत, जिला विकास पंचायत, मंडल परिषद आदि के नाम से भी जाना जाता है। जिला परिषद के प्रमुख को अध्यक्ष कहा जाता है। 50000 की संख्या पर एक जिला परिषद चुना जाता है।

जिला परिषद कैसे बनते हैं? Zila Parishad Qualification, Salary & Power

जिला परिषद की शॉर्ट फॉर्म ZP होती है। ZP full form – Zila Parishad होती है। अगर आप जिला परिषद कैसे बनते हैं? के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको इसकी योग्यता के बारे में जानना होगा।

Zila Parishad सदस्य की योग्यता

  • उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • जिला परिषद का सदस्य बनने का उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10th पास होना चाहिए।
  • उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए, और उसका नाम मतदाता सूची में होना चाहिए।
  • इस संस्था का उम्मीदवार पहले से किसी सरकारी पद पर कार्यरत नहीं होना चाहिए।
  • इसके अलावा, जिला परिषद का उम्मीदवार मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।

Zila Parishad कैसे बने?

1. जिला परिषद का सदस्य बनने के लिए आपको त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाग लेना होगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 5 साल में एक बार होते हैं।

2. निर्वाचन आयोग (Election commission) त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की तारीख, मतदान और मतगणना की तिथि की सूचना जारी करता है।

3. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान jila parishad का सदस्य के उम्मीदवार के लिए नामांकन करना होगा।

4. नामांकन करने के बाद आपको अपने चुनाव चिन्ह का प्रसार करना होगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके बारे में जान सके और आपको वोट दें।

5. अब यह आप पर निर्भर करता है कि आपको कितना वोट मिलता है। निर्धारित तिथि को मतदान होने के बाद मतगणना होती है।

6. अगर मतगणना में आपको सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं तो आप विजयी घोषित किए जाएंगे, और उसके बाद आप अपने क्षेत्र के जिला परिषद के रूप में चुने जाएंगे।

जिला परिषद (ZP) की सैलरी कितनी होती है?

जिला परिषद संस्था के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों को निम्न वेतन प्रदान किया जाता है।

1. जिला परिषद अध्यक्ष को हर महीने 12,000 रुपये मिलते हैं।

2. जिला परिषद उपाध्यक्ष को 10,000 प्रतिमाह मिलता है।

3. जिला परिषद सदस्य को 2500 रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता है।

4. जिला परिषद प्रमुख को प्रति महीने 10,000 सैलरी मिलती है।

वेतन के अलावा, जिला परिषद के कार्यकर्ताओं को कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं। जिला परिषद का वेतन सभी राज्यों में अलग-अलग हो सकता है।

Zila Parishad का काम क्या होता है?

जिला परिषद का मुख्य कार्य ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों को निर्देशन और उनके कार्यों की निगरानी करना होता है।

इसके अलावा, विभिन्न समितियों गठन करना और उनके द्वारा विकास करवाने की जिम्मेदारी भी जिला परिषद (Zilla Parishad) की होती है। इसके लिए जिला परिषद अध्यक्ष प्रत्येक दो महीने में समितियों के साथ बैठक करता है।

ये ग्राम पंचायत और पंचायत समितियों से विचार-परामर्श करके गांवों की समस्याओं के बारे में जानते हैं और उन समस्याओं को खत्म करने के लिए कार्य करते हैं।

अगर कोई ज्यादा बड़ी समस्या सामने आती है तो जिला परिषद द्वारा राज्य सरकार को सूचित किया जाता है। हालांकि, जिला परिषद अध्यक्ष की सैलरी बहुत कम होती है लेकिन इनकी जिम्मेदारी बहुत बड़ी होती है।

Zila Parishad अध्यक्ष कृषि, सिंचाई, बागवानी, विद्युत, भूमि संरक्षण, वृक्षारोपण, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्योग, सड़कें, स्वास्थ्य, आवास, शिक्षा, गरीबी और सामाजिक कल्याण के लिए भी जिम्मेदारी होते हैं।

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